इस शहर में मुहर्रम के जुलूस पर लगा प्रतिबंध


इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक अभी साल का पहला महीना यानी मुहर्रम चल रहा है। इस महीने में मुस्लिमों में कुछ समुदाय इमाम हुसैन, उनके परिवार वालों और उनके साथियों की शहादत की याद मानते हैं। कर्बला में इमाम हुसैन और उनके साथियों पर पड़ने वाली मुसीबतों को याद करते हैं, और उन्ही की याद में जुलूस निकलते हैं।
फिलहाल अभी यह खबर आ रही है कि जम्मू एंव कश्मीर प्रशासन श्रीनगर में मुहर्रम के जुलूस पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।
पुलिस ने बताया कि, "कोठीबाग, मैसूमा, कालखुद, शहीदगंज, बटमालू, करण नगर, राम मुंशीबाग, शेर्गार्ही और नेहरू पार्क में प्रतिबंध लगाए गए हैं।"
एक अधिकारी ने बताया कि प्रतिबंध कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह प्रतिबन्ध लगाए गए हैं। और वहीं श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट ने शहर के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। वर्ष 1989 के बाद से श्रीनगर में आठवें और 10वें मुर्हरम के जुलूस पर प्रतिबंध रहा है।
आपको बता दें कि मुहर्रम इस्लामिक साल का पहला महीना होता है इस साल को हिजरी भी कहा जाता है। हिजरी सन के चार महीने ऐसे होते हैं जिनको पवित्र माना जाता है, मुहर्रम भी उनमें से एक है। मुहर्रम में शिया समुदाय के लोग इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद मनाते हैं,और सड़कों पर जुलूस निकलते हैं और मातम करते हैं, तो सुन्नी समुदाय के लोग मुहर्रम के महीने में 10 दिन तक रोज़े रखते हैं।

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