ज़्यादा नमक खाने वाले हो जाएँ सावधान, नमक से होने वाले नुक्सान हैरान कर सकते हैं आपको


नमक भोजन में एक ज़रूरी घटक माना जाता है, कहा जाता है कि बिना नमक के स्वादिष्ट खाना भी बेस्वाद लगता है। इसीलिए हम अपने खानों नमक का इस्तेमाल ज़रूर करते हैं। बिना नमक वाले खानों को लोग पसंद नहीं करते हैं, इस प्रकार हम रोज़ाना अपने भोजनों द्वारा नमक का उपभोग करते हैं।
नमक मुख्य रूप से दो खनिज, सोडियम और क्लोराइड से बना होता है। यह ज्यादातर खाद्य पदार्थों में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है, और व्यापक रूप से स्वाद में सुधार के लिए प्रयोग किया जाता है।
बहरहाल नमक का कहीं न कहीं हम सभी उपभोग करते हैं, लेकिन हम यह नहीं जानते हैं कि नमक का कितना उपभोग हमारे स्वास्थ्य के लिए सही और कितना हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है? और यह जानना हमारे लिए बहुत ज़रूरी होगा कि हमें कितना नमक उपभोग करना चाहिए क्यूंकि यह हमारे स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है, जिसके प्रति हमें कभी लापरवाह नहीं होना चाहिए।
बहुत कम या बहुत ज़्यादा नमक का उपभोग खतरनाक हो सकता है। इसलिए हमें न बहुत ज़्यादा और न ही बहुत कम नमक लेना चाहिए बल्कि एक मध्यम मात्रा चुन्नी चाहिए।

उच्च नमक का सेवन पेट कैंसर से जुड़ा हुआ है

पेट कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है, पांचवां सबसे आम कैंसर है।
यह दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौत का तीसरा प्रमुख कारण है, और हर साल यह 700,000 से अधिक मौत के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
कई अवलोकन संबंधी अध्ययन पेट के कैंसर के बढ़ते जोखिम को उच्च नमक आहार के सेवन से जोड़ते हैं।

2012 के एक बड़े पैमाने की समीक्षा लेख में कुल 268,718 प्रतिभागियों के साथ 7 संभावित अध्ययनों से आंकड़ा लिया गया।
इसमें पाया गया कि उच्च नमक सेवन वाले लोगों में पेट के कैंसर का 68% अधिक जोखिम होता है, उनकी तुलना में जो नमक का सेवन कम मात्रा में करते हैं।
वास्तव में यह क्यों और कैसे होता है यह अभी तक समझा नहीं गया है, लेकिन इसके कई सिद्धांत मौजूद हैं:

बैक्टीरिया की वृद्धि: उच्च नमक सेवन से हेलिकोबैक्टर पाइलोरी के विकास में वृद्धि हो सकती है,यह एक जीवाणु है जो सूजन और गैस्ट्रिक अल्सर का कारण बन सकता है। और इससे पेट के कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
पेट के अस्तर को नुकसान पहुँचता है: नमक में उच्च आहार पेट के अस्तर को नुकसान पहुंचा सकता है। और इस प्रकार यह कैंसरजनों को उजागर कर सकता है।
यदि बहुत अधिक नमक खाने से आपका उच्च रक्तचाप नहीं बढ़ता है, तो भी आप अधिक नमक खाकर अपने रक्त वाहिकाओं, दिल, गुर्दे और मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकते हैं, एक नया अध्ययन इसकी चेतावनी देता है।
शोधकर्ताओं ने उपलब्ध साक्ष्य की समीक्षा की और पाया कि बहुत अधिक नमक खाने से कई अंगों और ऊतकों पर हानिकारक प्रभाव पड़ते हैं, यहां तक कि उन लोगों में भी जो "नमक प्रतिरोधी" हैं, जिसका अर्थ है कि उनके नमक का सेवन उनके रक्तचाप को प्रभावित नहीं करता है। उनको भी ज़्यादा नमक का सेवन प्रभावित कर सकता है।
उच्च नमक के सेवन का स्तर एन्डोथेलियम के फंक्शन को कम करने का कारण बन सकता है। और यह रक्त वाहिकाओं की आंतरिक परत होती है। एंडोथेलियल कोशिकाएं रक्त प्रक्रिया और प्रतिरक्षा कार्य सहित कई प्रक्रियाओं में शामिल होती हैं। शोधकर्ताओं ने कहा कि नमक का उच्च स्तर धमनी की कठोरता भी बढ़ा सकता है।
17 मार्च को अमेरिकन यूनिवर्सिटी ऑफ कार्डियोलॉजी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक नमक का उच्च सेवन गुर्दे की क्रिया को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
इन अध्ययनों से हमें पता चलता है कि हमें नमक का सेवन एक मध्य स्तर पर करना चाहिए ताकि इससे होने वाले नुकसान से बचा जा सके।

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